गुरुवार, 14 नवंबर 2013


संघपरिवार का एक हिन्दूवादी
संघपरिवार का एक हिन्दूवादी पम्फलेट आज पढने को मिला, जो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की ओर से बरेली से छपा है. इसमें भारत का गौरवगान इन सूचनाओं से किया गया है—
·         अंकों का आविष्कार 300 ई.पू. भारत में हुआ.
·         शून्य का आविष्कार भारत में ब्रह्मगुप्त ने किया.
·         बीजगणित का आविष्कार भारत में आर्यभट्ट ने किया.
·         अंकगणित का आविष्कार भारत में भास्कराचार्य ने किया.
·         सर्वप्रथम ग्रहों की गणना भारत में आर्यभट्ट ने की.
·         विश्व का पहला कलेंडर भारत में लतादेव ने बनाया.
·         सर्वप्रथम प्लास्टिक सर्जरी का प्रयोग भारत में सुश्रुत ने किया था.
·         विश्व का पहला लेखन भारत में 5500 वर्ष पूर्व हुआ.
·         यूरोपीय भाषाओँ की जननी संस्कृत है.
·         बारूद की खोज 8000 वर्ष पूर्व सर्वप्रथम भारत में हुई.
और भी बहुत सारी चीजों का जिक्र पम्फलेट में है. पर पम्फलेट लिखने वाले हिन्दू मानस ने उन चीजों का जिक्र छोड़ दिया है, जिनका आविष्कार भी सर्वप्रथम भारत में ही हुआ है. वे ये हैं--
1.       भारत में ही सर्वप्रथम वर्णव्यवस्था का आविष्कार हुआ, जिसने भारत को दो हजार वर्षों तक गुलाम बनाने में मुख्य भूमिका निभायी.
2.       भारत में ही सर्वप्रथम सतीप्रथा का आविष्कार हुआ, जिसमे विधवा औरतों को जिन्दा जला दिया जाता था. इस प्रथा को ईस्ट इंडिया कम्पनी सरकार ने 1841 में कानून बनाकर बंद किया था.
3.       भारत में ही सर्वप्रथम धर्म के नाम पर छुआछूत का आविष्कार हुआ था, जिसके द्वारा लाखों लोगों को अछूत बनाकर सभ्यता के प्रकाश से दूर रखा गया.
4.       भारत में ही सर्वप्रथम धर्म के नाम पर गाय, बैलों और घोड़ों की बलि देने की प्रथा का आविष्कार हुआ.
5.       भारत में ही सर्वप्रथम धर्म के नाम पर नरबलि की प्रथा का आविष्कार किया गया.
6.       भारत में ही सर्वप्रथम दासप्रथा का भी आविष्कार हुआ.
7.       भारत में ही सर्वप्रथम धर्म के नाम पर निष्ठुर प्रथा गंगा-प्रवाह का आविष्कार हुआ था, जिसमे मनौती पूरी होने पर लोग अपनी पहली संतान को गंगा-सागर में छोड़ देते थे. इस क्रूर प्रथा को कम्पनी सरकार ने 1835 में कानून बनाकर बंद किया था.
8.       भारत में ही सर्वप्रथम धर्म के नाम पर चरक-पूजा का आविष्कार हुआ था, जिसमे मोक्ष के इच्छुक उपासक के मेरुदंड में दो लोहे के हुक धंसाकर उसे रस्सी के द्वारा चरखी के एक छोर से लटका देते थे और दूसरे छोर से उसे तब तक नचाते थे, जब तक उसके प्राण नहीं निकल जाते थे. इस प्रथा को ब्रिटिश सरकार ने 1863 में कानून द्वारा बंद किया था.
9.       भारत में ही सर्वप्रथम कर्मफल आधारित पुनर्जन्म के सिद्धांत का आविष्कार हुआ, जिसने गरीबों के शोषण का क्रूर तन्त्र विकसित किया.
10.   भारत में ही सर्वप्रथम सनातन धर्म के नाम पर एक ऐसे धर्म का आविष्कार किया गया, जिसमे समानता के लिए कोई जगह नहीं है.






कोई टिप्पणी नहीं: